हमारे देश में सब बनता है,
पर अपनी रफ़्तार से बनता है,
बात तो यह है की जब ये बनता है ,
तब आप उसका हिस्सा हो या न हो ,
किसने सोचा था
दिल्ली के कोने में पड़ा एक छोटा सा देहात ,
गुडगाँव बन जायेगा
किसी ने इसे बढ़ते देखा है ?
रियल स्टेट प्लान डेवेलपमेंट का खेल है,
और आज का हमारा गुडगाँव इसी खेल की ऊपज,
देश को दो ताकते चलाने में लगी है,
1. POLITICS राजनीती ( बेशुमार ताक़त )
2. CORPORATE ( बेशुमार दौलत )
2. CORPORATE ( बेशुमार दौलत )
क्या चाहिए फैसला आपका है , और कैसे आप जानते है l